-सीआईआई के कार्यक्रम में कहा...मप्र में निवेश की क्रांति लाना हमारा मकसद
-897 करोड़ के कार्यों समेत, इंदौर में नायता मुंडला बस स्टैंड और कन्फेक्शनरी क्लस्टर की सौगात
-औद्योगिक क्षेत्र में फैक्ट्री का निरीक्षण, सीआईआई और पीथमपुर औद्योगिक संगठन में उद्योगपतियों के साथ भविष्य के औद्योगिक विकास के रोडमैप पर चर्चा
इंदौर /मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शुक्रवार को प्रदेश की व्यावसायिक राजधानी इंदौर में सौगातों की बौछार की। अपने एक दिनी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने 897 करोड़ रुपए के विकास कार्यों की सौगात दी। वहीं ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में सीआईआई के कार्यक्रम में कहा कि मप्र में निवेश की एक क्रांति आए। यह केवल शासन की नीतियों से संभव नहीं है। इसके लिए हमें प्रदेशवासियों के सहयोग की जरूरत है। प्रदेशवासी व्यावसायिक गतिविधियों से जुड़ें, जिससे मप्र में आर्थिक तेजी आए। मप्र की तुलना छोटे नहीं बड़े प्रदेशों से हो यही हमारा मकसद है।
बाणगंगा स्थित आशा कन्फेक्शनरी के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा ने कहा कि हमारा प्रदेश 5 राज्यों से घिरा हुआ है, जो हमारी सबसे बड़ी ताकत है। जीएसटी आने के बाद इस ताकत में और इजाफा हुआ है। हम इसका पूरा फायदा उठाएंगे। हमारी सोच और नजरिया पूरी तरह से स्पष्ट है।
औद्योगिक विकास के रोडमैप पर चर्चा
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस दौरान इंदौर औद्योगिक क्षेत्र में फैक्ट्री का निरीक्षण, सीआईआई और पीथमपुर औद्योगिक संगठन में उद्योगपतियों के साथ भविष्य के औद्योगिक विकास के रोडमैप पर चर्चा भी की। प्रशासन द्वारा बायपास और रिंग रोड के बीच नए आवंटित आरटीओ भवन से लगी नायता मुंडला की करीब 8 एकड़ जमीन पर आइडीए द्वारा बस स्टैंड का शुभारंभ किया, वहीं शहर को विश्वस्तरी कन्फेक्शनरी क्लस्टर की सौगात दी।
-विकास कार्यों की सौगात
मुख्यमंत्री ने 897 करोड़ रुपए के विभिन्न विकास कार्यों की सौगात दी। मुख्यमंत्री राऊ विधानसभा में जय किसान फसल ऋण माफी योजना के द्वितीय चरण के तहत कार्यक्रम में शामिल हुए। यहां सांवेर तहसील के 2,455 किसानों के 18.07 करोड़, देपालपुर तहसील के 4,777 किसानों के 34.61 करोड़ और इंदौर तहसील के 2,379 किसानों के 17.48 करोड़ रुपए के ऋण माफी का प्रमाण पत्र दिया।
-आखिर केंद्र सरकार को सीएए बनाने की क्या जरूरत थी?
दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा की हालिया घटनाओं को बेहद दुखद करार देते हुए कमलनाथ ने केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार से सवाल किया कि देश में आखिर ऐसी कौन-सी आफत आन पड़ी थी जो उसे संशाधित नागरिकता कानून (सीएए) बनाना पड़ा?दिल्ली दंगों के बारे में पूछे जाने पर कमलनाथ ने यहां संवाददाताओं से कहा, ये घटनाएं बड़े दु:ख और चिंता की बात है क्योंकि हमारे देश की संस्कृति लोगों के दिल जोडऩे की संस्कृति है। उन्होंने कहा, सीएए में क्या है, वह बात छोडिय़े। लेकिन मैं यह प्रश्न पूछना चाहता हूं कि क्या कोई युद्ध चल रहा है या देश में बड़ी संख्या में शरणार्थी आ रहे हैं जो केंद्र सरकार ने सीएए का चक्कर चला दिया। यह कानून बनाने की आखिर क्या आवश्यकता थी? ऐसी कौन सी आफत आन पड़ी थी। इस कानून का आखिर क्या लक्ष्य है? कमलनाथ ने कहा, देश में जनसंख्या को लेकर सर्वेक्षण तो होते ही रहते हैं। लेकिन नागरिकता को लेकर जान-बूझकर भ्रम फैलाया गया ताकि लोग सोचें कि एक नागरिक के रूप में वे असुरक्षित हैं।
Comments
Post a Comment