भोपाल / इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय भोपाल मूल रूप से एक मानव-विज्ञान संग्रहालय है, जो अपनी मुक्ताकाश प्रदर्शनियों के लिए जाना जाता है और इन प्रदर्शनियों के माध्यम से ज्ञान की वृद्धि के कारण यह संग्रहालय सभी उम्र के लोगों तथा विभिन्न संकायों (स्ट्रीम) के शिक्षकों द्वारा सम्मान और गौरव की दृष्टि से देखा जाता है। इस संग्रहालय का उपयोग क्लास रूम और टेक्स्ट बुक द्वारा फ्री लर्निंग के लिए एक उपकरण के रूप में किया जा रहा है। पारंपरिक संग्रहालयों परिदृश्यद के अलावा यह संग्रहालय द्वारा अयोजित विभिन्न कार्यक्रमों और गतिविधियों के माध्यम से यहां की प्रदर्शनियों को और अधिक शैक्षिक बनाने का लगातार प्रयास किया जा रहा है, जिससे अधिक से अधिक छात्रों को लाभान्वित किया जा सके।
इस तारतम्य में स्कूली बच्चों के लिए दिनांक 29 फरवरी, 2020 से इंटरएक्टिव लर्निंग प्रोग्राम का आयोजन संग्रहालय परिसर में किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य स्कूली बच्चो को स्थानीय विरासत से अवगत कराना एवं एक शैक्षिक भागीदार के रूप में शिक्षकों के भार को कम करना है।
इस कार्यक्रम के तहत, स्कूली बच्चो को संग्रहालय के दिन-रात के अनुभव, 1000 साल पूर्व के जीवन का अनुभव का एक अनूठा अवसर देने के साथ ही उन्हें परिचयात्मक सत्र और फिल्मों के प्रदर्शन, संग्रहालय की विभिन्न प्रदर्शनियों का भ्रमण, प्रदर्शनी पर आधारित गतिविधियों के आधार उन्हें आग का जलना, मेसोलिथिक काल के औजार बनाना, औजारों का उपयोग, चट्टानों की पहचान, खगोल-शास्त्र आदि का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- ऋतू परिवर्तन के साथ ही संग्रहालय के भ्रमण समय में रविवार से परिवर्तन
इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय के भ्रमण समय में ऋतू परिवर्तन के साथ ही संग्रहालय के भ्रमण समय में रविवार दिनांक 01 मार्च 2020 से परिवर्तन किया जा रहा है। इसके अंतर्गत संग्रहालय की समस्त मुक्ताकाश एवं अंतरंग भवन स्थित प्रदर्शनियां दिनांक 01 मार्च से 31 अगस्त, 2020 तक प्रातः 11 बजे से सांय 6.30 बजे तक खुली रहेगी। साप्ताहिक अवकाश सोमवार तथा राष्ट्रीय अवकाशों पर संग्रहालय बंद रहेगा।
Comments
Post a Comment