-मप्र की खाली होने वाली तीनों सीटों के लिए मचेगा घमासान

-दिग्विजय, सिंधिया के अलावा कांग्रेस में तीसरी सीट के लिए चाहिए दमदार दावेदार
भोपाल / कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी राज्यसभा नहीं जाएगी। पार्टी सूत्रों के अनुसार, प्रियंका ने केंद्रीय संगठन को संदेश भेजा है कि वे उत्तरप्रदेश में ही काम करेंगी। गौरतलब है कि प्रियंका को मप्र से राज्यसभा भेजने की तैयारी की गई थी। प्रियंका ेके मना करने के बाद यह बात तो फिलहाल तय मानी जा रही है कि कांग्रेस की ओर से दिग्विजय सिंह और ज्योतिादित्य सिंधिया का राज्यसभा जाना तय है। वहीं तीसरी सीट के लिए दमदार प्रत्याशी की तलाश की जाएगी।
गौरतलब है कि 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान एन वक्त पर कांग्रेस महासचिव बनाई गईं प्रियंका गांधी हमेशा चर्चा का केंद्र रहती हैं।  कांग्रेसजनों के लिए प्रियंका आशा और विश्वास दोनों की एक किरण हैं। कांग्रेस नेता मानते हैं कि प्रियंका गांधी राजनीतिक दृष्टि से कहीं ज्यादा तेजतर्रार और समझदार हैं। वहीं कई तो प्रियंका में इंदिरा गांधी का अक्स भी देखते हैं। इसकी खास वजह भी है, प्रियंका गांधी का राजनीतिक अंदाज, परिपक्वता से दिए गए उनके बयान और लोगों में प्रियंका गांधी के प्रति आकर्षण ही इसकी खास वजह है।
-मप्र के अलावा छग और राजस्थान से भी तैयारी
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को मप्र से राज्यसभा भेजने के लिए आलाकमान ने तैयारी की थी। इस बीच छत्तीसगढ़ और राजस्थान ने भी अपने यहां से प्रियंका को राज्यसभा भेजने की मंशा जाकिर की थी। लेकिन इस बीच खबर आई है कि प्रियंका ने राज्यसभा जाने से मना कर दिया है।
-इसलिए प्रियंका नहीं जाएंगी राज्यसभा
अब सवाल यह है कि प्रियंका गांधी बतौर राज्यसभा सांसद किसी भी राज्य से क्यूं नहीं जाना चाहती, जानकारों के अनुसार इस सवाल का जवाब है, उत्तर प्रदेश। कांग्रेस महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी ने अपना सारा ध्यान उत्तरप्रदेश की राजनीति पर केंद्रीत कर रखा है। उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीटें है जो कि पूरे देश में सर्वाधिक है। वहीं राज्य सभा की 31 सीटें हैं। केंद्र पर जब भी किसी पार्टी ने सरकार बनाई है तो उस सरकार में उत्तर प्रदेश की भूमिका सबसे अहम रही है। यूपी से ही पहले कांग्रेस फिर बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिला, हमेशा उत्तर प्रदेश ही निर्णायक ही रहा। प्रियंका गांधी के किसी अन्य राज्य से राज्यसभा में ना जाने से जुडे सवाल का जवाब उत्तरप्रदेश की राजनीतिक शक्ति में ही छिपा हुआ है।
-नेताओं में होड़
उधर, मप्र से राज्यसभा जाने के लिए भाजपा और कांग्रेस के नेताओं की होड़ शुरू हो गई है। खाली हो रही तीन सीटों के लिए प्रदेश के नेताओं के साथ साथ राष्ट्रीय स्तर के नेताओं ने लॉबिंग शुरू कर दी है। भाजपा की ओर से राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, पूर्व महाधिवक्ता रविनंदन सिंह, विनोद गोटिया, रंजना बघेल और लालसिंह आर्य को प्रबल दावेदार माना जा रहा है। वहीं कांग्रेस की ओर से दिग्विजय सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, हीरालाल अलावा प्रमुख दावेदार हैं।


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