नगर निगम राजस्व विभाग की समीक्षा बैठक


519 ऐसे करदाताओं के विरूद्ध होगी सख्त कार्यवाही जिन पर 50 हजार रूपये से अधिक राषि के कर बकाया है।
जलकर की राषि का भुगतान नहीं करने वाले उपभोक्ताओं के नल संयोजन किये जायेगें विच्छेद ।
खण्डवा / वित्तीय वर्ष 2019-20 की बकाया राजस्व वसूली 31 मार्च 2020 तक शत्-प्रतिशत् किये जाने की दृष्टि से नगर निगम के राजस्व विभाग की समीक्षा बैठक निगम सभागृह में आयोजित की गई। उपायुक्त श्री दिनेष मिश्रा ने समस्त 50 वार्डों में राजस्व करों की वसूली, जलकर और निगम स्वामित्व की दुकानों के किराये की वसूली तथा ट्रेड लायसेंस बनाये जाने के कार्य की समीक्षा की।
           समस्त सहायक राजस्व निरीक्षकों की राजस्व वसूली की जानकारी लेकर उन्हें वसूली हेतु लक्ष्य सौपें गये। 519 ऐसे करदाताओं जिन पर 50 हजार रूपये से अधिक की राजस्व बकाया है उनके विरूद्ध मध्यप्रदेष नगर पालिक निगम अधिनियम 1956 के प्रावधानों के तहत संपत्ति कुर्क करने, नल संयोजन विच्छेद करने, दुकानों पर तालेबंदी करने की कार्यवाही किये जाने के निर्देष बैठक में दिये गये। श्री मिश्रा ने कहा कि निगम को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिये मध्यप्रदेष शासन नगरीय प्रषासन एवं आवास विभाग कृत संकल्पित है, इसलिये बकाया राजस्व करों की वसूली की साप्ताहिक समीक्षा की जायेगी। ऐसे अधिकारी कर्मचारियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही प्रस्तावित की जायेगी जो लक्ष्य अनुरूप करारोपण नहीं करेगें। बैठक में सहायक राजस्व निरीक्षकों को निर्देषित किया गया कि दल में जल विभाग के कर्मचारियो को भी अनिवार्यतः शामिल कर जलकर की राषि की शत्-प्रतिषत् वसूली करें। जो करदाता जलकर की अदायगी नहीं करता उसके नल संयोजन विच्छेद करें। बाजार विभाग के कर्मचारी निगम स्वामित्व की दुकानों के किराये की राषि व दुकानों की प्रीमीयम राषि की वसूली भी करें। बैठक में निर्देष दिये गये कि 1 अप्रैल 2020 से टैबलेट के माध्यम से की गई राजस्व वसूली को ऑनलाईन अपडेट किया जाना है, इसके लिये व्यवस्थायें सुनिष्चित की जावे। बैठक में सहायक आयुक्त सुश्री कीर्ती चौहान, सुश्री मोनिका पारधी, प्रभारी राजस्व अधिकारी श्री अषोक तारे सहित राजस्व विभाग के कर्मचारी उपस्थित थे।  


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